कल 12 फरवरी 2024 को बिहार में फ्लोर टेस्ट में नीतीश कुमार की जीत हुई। बीजेपी_जेडीयू ने 125 विधायको के समर्थन के साथ विश्वास मत हासिल किया और महागठबंधन (राजद) के पास 112 विधायकों का समर्थन रहा, लेकिन सवाल उठता है कि 9 बार मुख्यमंत्री पद का शपथ लेने वाले नीतीश कुमार आख़िर किसका और कैसा विश्वास मत हासिल कर रहें हैं?इस बार तो एक ही टर्म में 3 बार शपथ ले चुके हैं। आखिर कैसे वो नींद ले पाते है? इतने रंग तो शायद ही कोई बदलता होगा।तेजस्वी यादव ने पूछा कि ऐ मोदी की गारंटी वालों, क्या तुमलोग गारंटी लोगे कि नीतीश अब दोबारा नहीं पलटेंगे?
तेजस्वी यादव के 3 विधायको ने पाला बदल लिया। उन तीनों का नाम प्रहलाद यादव, नीलम देवी और चेतन आनंद है। चेतन आनंद ने अपने इस कायरता को जाति का कार्ड खेलकर छुपाने की कोशिश की लेकिन असफल रहे, उन्होंने “ठाकुर का कुआं” विवाद को उछालने की कोशिश की। आपको बता दें कि चेतन आनंद पूर्व बाहुबली नेता आनंद मोहन के बेटे हैं और फ्लोर टेस्ट की पूर्व रात्रि तेजस्वी यादव के साथ गिटार सुनकर अलाव सेक रहे थे, दिन में क्रिकेट खेल रहे थे। उनके भाई ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और पुलिस उनको तेजस्वी के आवास से रातों रात उठाकर ले गई।
तेजस्वी यादव सत्ता को सुचारू ढंग से चला रहें थे लेकिन विपक्षी स्ट्रेटजी में वो फेल हो गए। उनके साठ १२ घंटे पहले तक बैठा चेतन आनंद ने भी पाला बदल लिया। तेजस्वी यादव के साथ खेला हो गया लेकिन वो सदन में काफी मजबूत दिखे.
देश और समाज का निर्माण करने के लिए सत्ता लोभी और पलटू नेताओं को जनता अवश्य ही सबक सिखाएगी। तेजस्वी यादव को भी विचार कर लेना चाहिए कि पार्टी की वैचारिकी को और मजबूत करें तथा सत्ता के लिए किसी भी दल बदलू पार्टी और व्यक्ति का साथ न लें।